खराब ट्रांसपोर्ट विभाग: फिटनेस सेंटर का छल?
खराब ट्रांसपोर्ट विभाग: फिटनेस सेंटर का छल?
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क्या खराब ट्रांसपोर्ट विभाग में मॉकरी हो रहा है? हाल ही में, शहर के कई फिटनेस सेंटर्स पर शिकायतें हुई है। यह दावा किया जा रहा है कि ट्रांसपोर्ट विभाग द्वारा जारी लिसेंस का इस्तेमाल हो रहा है।
कुछ सेंटर्स ने अपने फिटनेस उपकरणों को नुकसान होने का दावा किया है और कहा है कि उन्हें समर्थन नहीं मिल रही है। शहर के निवासियों में उत्साह बढ़ गई है क्योंकि वे अब अपने स्वास्थ्य का ख्याल ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर (AFC) झुलझुली ट्रांसपोर्ट विभाग अव्यवस्था और भ्र्ष्टाचार का सबसे बढ़ा अड्डा रखने के लिए सुरक्षित जगहें खोज रहे हैं।
मैं यह जानकर परेशान होंगे कि क्या ट्रांसपोर्ट विभाग इस मामले में न्याय लेगा।
भारत में भ्रष्टाचार: रिपब्लिक हिंदी न्यूज़ की ताज़ी खबर
यह ताज़ा खबर रिपब्लिक हिंदी न्यूज़ पेस्टर पर प्रकाशित हुई है। यहां बताया गया है कि कई मामलों में AFC के साथ भ्रष्टाचार दिखाया गया है ।
सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की है है।
यह खबर जनता के लिए एक चेतावनी है।
रिपब्लिक हिंदी न्यूज़ : झुलझुली परिवहन व्यवस्था का उजाला
उस आजकल
हमेशा देखा जाता है कि लोग परिवहन
प्रणाली का लाभ करते समय चिंता से भरे होते हैं।
यह बढ़ती हुई समस्या है जो नगर निवासी को अनेक तरह की कठिनाइयाँ
का सामना कराती है।
जलजल की AFC में क्या चल रहा है?
यह तो सच कहना होगा कि झुलझुला के AFC में बड़ा उथल-पुथल है। हर दिन कोई नया नियम आता है और सबको भ्रमित करना है। हाल ही में तो एक फायदा लेने वाली योजना भी आई है जो कुछ लोगों को फायदा देती है । क्या यह एक निष्कर्ष है? पता नहीं, लेकिन सबको देखना ही होगा कि आगे क्या होता है।
फ़िटनेस सेंटर या भ्रष्टाचार का केंद्र : रिपब्लिक हिंदी न्यूज़ की पड़ताल
रिपब्लिक हिंदी न्यूज़ ने हाल ही में एक खतरनाक खुलासा किया है। यह जाँच में सामने आया है कि कई फिटनेस सेंटर शहरों में अब सिर्फ़ वजन कम करने के केंद्र नहीं बल्कि धोखाधड़ी का केंद्र बन गए हैं।
- सूचना
घृणित भ्रष्टाचार: परिवहन विभाग और AFC
आजकल सरकारी/राजकीय/सार्वजनिक विभागों में भ्रष्टाचार का प्रकोप / भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी / भ्रष्टाचार एक घातक बीमारी व्याप्त है। इसका मुख्य रूप से झुलझुली परिवहन विभाग/ परिवहन मंत्रालय/ट्रांसपोर्ट विभाग और AFC/ दिल्ली परिवहन निगम/उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग में देखने को मिलता है। कर्मचारियों / अधिकारियों / राजनीतिक दलों के बीच वित्तीय अनियमितताओं/ रिश्वतखोरी/ भ्रष्टाचारपूर्ण प्रथाओं की {चक्रण गति तेजी से बढ़ रहा है। कानून का उल्लंघन/ नैतिक मूल्यों का हनन/ सार्वजनिक कल्याण का पतन हो रहा है, और यह सब साधारण जनता / आम लोगों / भोले-भाले लोगों को ही भुगतना पड़ता है।
- इस समस्या का समाधान करने के लिए/ इस घृणित भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए/ इस जाल से निकलने के लिए कठोर कानून / मजबूत कार्यवाही / जन जागरूकता की आवश्यकता है।
- जनता को अपनी आवाज उठाने / अधिकारियों पर नजर रखने / भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने में भाग लेना होगा।
बस हम सभी का यह दायित्व है कि भ्रष्टाचार मुक्त समाज/ एक न्यायपूर्ण समाज/ एक स्वच्छ भविष्य बनाएं।
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